Reliance Power के शेयरों में 8 नवंबर 2024 को 5% का लोअर सर्किट लगा, जिसके बाद इसकी कीमत 41.47 रुपये रही। यह घटना तब हुई जब सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SECI) ने अनिल अंबानी की Reliance Power और उसकी सहायक कंपनी NU BESS को धोखाधड़ी के आरोप में 3 साल के लिए सरकारी टेंडर्स में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया। जून में SECI की टेंडर प्रक्रिया में Reliance Power की ओर से कथित तौर पर गलत दस्तावेज़ प्रस्तुत किए गए थे, जिसके बाद यह कदम उठाया गया।
SECI ने क्यों लगाया प्रतिबंध?
जून में SECI ने 1 GW सोलर एनर्जी और 2 GW बैटरी स्टोरेज सिस्टम के लिए टेंडर निकाला था। अंतिम चरण में, Reliance NU BESS द्वारा प्रस्तुत बैंक गारंटी में विसंगतियां पाई गईं। SECI की जांच में पाया गया कि SBI की ओर से दी गई गारंटी फर्जी थी और ईमेल भी गलत पते से भेजा गया था। SECI ने Reliance NU BESS पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए टेंडर को रद्द कर दिया और Reliance Power पर 3 साल का प्रतिबंध लगा दिया।
Reliance Power की प्रतिक्रिया
Reliance Power ने अपने बयान में कहा कि उसने पूरी सच्चाई के साथ काम किया है और एक साजिश का शिकार हुई है। कंपनी ने तीसरे पक्ष के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई है और SECI की कार्रवाई को चुनौती देने के लिए कानूनी कदम उठाने का संकेत दिया है।
निष्कर्ष
SECI द्वारा लगाए गए प्रतिबंध ने Reliance Group की मौजूदा वित्तीय चुनौतियों को और गंभीर बना दिया है। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी ने हालांकि कानूनी लड़ाई लड़ने की योजना बनाई है, लेकिन निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। निवेशक निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञों की सलाह लें।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की सलाह लें। किसी भी प्रकार के लाभ या हानि के लिए Finowings जिम्मेदार नहीं होगा।
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